*घायल बाघ को रेस्क्यू किया*
*उपचार के लिए बाघ को नागपूर ले गई रेस्क्यू टीम*
रामटेक तालुका प्रतिनिधि
रामटेक – वनपरीक्षेत्र देवलापार के छवारी बीट कक्ष क्र ४८४ में नागपूर जबलपुर महामार्ग से डेढ कि मी दूरी पर भुरालटेक से छवारी मार्ग पर मार्ग के किनारे वन कर्मचारीयो को जख्मी बाघ दिखाई दिया
बाघ दाहीने पांव से लंगडते हुए चल रहा था. वन कर्मचारीयो को यह बाघ १७अप्रेल को सुबह १० बजे दिखाई दिया बाघ के घायल दिखते ही कर्मचारीयोने
देवलापार प्रादेशीक के वन परीक्षेत्र अधिकारी सिद्धेश्वर परीहार को जानकारी दी परीहार ने नागपूर वन विभाग प्रादेशिक के विभागीय वन अधिकारी डॉ. प्रभुनाथ शुक्ला को जानकारी दी
जानकारी पाते ही उपवनसंरक्षक
प्रभुनाथ शुक्ला साथ ही रेस्क्यू टीम लेकर घटना स्थल पर पहुंचे
बाकी स्थानीय वन कर्मचारी घटना स्थल पर शुरू से ही डटे हुए थे. रेस्क्यू टीम ने बाघ को स्टेकुलाजर कर के बेहोश करके पिंजरे में कैद किया तथा उपचार करने के लिए बाघ को नागपूर भेजा गया बाघ का रेस्क्यू दोपहर ४ बजे किया गया.
रेस्क्यू टीम के अथक परिश्रम के साथ साथ ही विभागीय वन अधिकारी प्रभुनाथ शुक्ला, सहायक वन संरक्षक संदीप गिरी, वनपरीक्षेत्र अधिकारी देवलापार
सिद्धेश्वर परीहार वनपरीक्षेत्र अधिकारी पवनी रितेश भोंगाडे
तथा वन कर्मचारी उपस्थित थे.