*म्युकरमाकोसीस (ब्लॅक फंगस) से डरे नही हिम्मत से सामना करे*
*सावनेर शहर के तज्ञ चिकित्सको की राय*
मुख्य संपादक – किशोर ढूंढेले के साथ संवाददाता दिनेश चौरासिया
सावनेरः दुसरे चरण के कोरोनो के साथ साथ अब म्युकरमाकोसीस,ब्लँक फंगस जैसे नये फंगल रोग के मरीज तेजीसे फैल रहा जीससे जनमानस मे भय व्याप्त है राज्यमे लगभग 4 हजार से उपर फंगल इंन्फेक्शन के मरीज सामने आये है तो वही इस बीमारीसे तीन सौ लोग अपनी जान गवा चुके है.
*यह बीमारी विशेषतः कोरोना संक्रमीत मरीजोमे पायी जा रही है जाहा उन्हे इलाज के दौरान स्टेराईड के साथ साथ रेमडीसिवीर तथा उद्दोगो मे इस्तमाल होने वाली आँक्सीजन दी गयी.और शायद इन्ही वजहोसे फंगल इंन्फेक्शनका खतरा बढा है ऐसे कायस लगाये जारहे है.*
*विशेष तौरपर यह रोग दात,जबडे,आँख,कान,नाक और गलेके विकारोवाले मरीजोमे बडी संख्यामे पाया जारहा है.इस म्युकरमाकोसीस नामक फंगल संक्रमण मे चेहरे पर सुजन,सरदर्द,नाक बंद,उल्टी,बुखार,सीनेमे दर्द,सायनस,नाकमे काले धब्बे पडना आदी सुरुवाती लक्षण है साथ ही जिन्हे पहलेसे ही कँन्सर,मधुमेह है और उनका ह्युमिनीटी सिस्टम कमजोर है ऐसे मरीजोको फंगल इंन्फेक्शन होने की संभावना अधीक होती दिखाई दे रही है*
*बडे शहरो तक सीमीत यह फंगल इंन्फेक्शन अब अपने पैर ग्रामीण क्षेत्रोमे भी फैला रहा है और ग्रामीण क्षेत्रोमे भी मरीज पाये जा रहे है इस म्युकरमाकोसीस नामक फंगल बिमारी मे आम आदमी क्या क्या सावधानी बरते इस विषयमे शहर के प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ.जयंत कडसकर,डॉ.खाँन,दंत चिकित्सक डॉ.अनुज जैन,डॉ.प्रिया उरकुडे तथा कान,नाक,गला (Ent) तज्ञोसे हमारे स्थानिक संवादाताने जानकारी लेकर इस बिमारीसे बचने के उपाय डाँक्टरोने साझा कीये*
*म्युकरमाकोसीस (ब्लँक फंगस) कैसे बचे*
*स्वच्छता का ध्यान रखे*
डॉ.जयंत कडसकर – नेत्ररोग तज्ञ
*म्युकरमाकोसीस नामक यह फंगल इंन्फेक्शन का असर वैसेतो अभी कोरोना संक्रमीत मरीजोमे देजा जारहा है.प्रथम चरण के अध्यायन मे ये रोग अत्याधिक स्टिरॉइड्स और रेमडीसिवीर के इस्तमाल तथा जीन्हे कँन्सर,मधुमेह जैसी बडी बीमारीया है उनमे इसका असर देखा जारहा है.इससे बचने के लीये सरकार व्दारा दिये गये कोवीड 19 के दिशानिर्देशोके साथ साथ धुल भरे इलाकोसे दुरी बनाये,अस्पतालो के साथ साथ खेती,बागवानी,बाजार तथा भीडभाड से बचे.हाथोके साथ साथ आँखोको भी स्वच्छ पाणीसे धोये और अगर घरोसे बाहर निकलना ही है तो मास्क के साथ साथ आँखोको चश्मा या सनग्लासेस का उपयोग कर हम जानलेवा बीमारी को रोक सकते है ऐसे विचार नेत्ररोग तज्ञ डॉ.जयंत कडसकर ने कही*
*सतर्कता एंव स्वच्छता ही एकमात्र उपाय*
डॉ.खान , नेत्ररोग तज्ञ
*हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगोमे सबसे महत्वपुर्ण अंग है आँखे और आँखोको सुरक्षा अंत्यत जरुरी है और यह म्युकरमाकोसीस नामक नयी बीमारी आँख,कान,नाक और गले मे ज्यादे असर कर रही है.इसमे घबरानेवाली बात नही है.बस सावधानी से अपने आँखोका ध्यान रखे चश्मा या सनग्लासेस का उपयोग करे और अगर हमे आँखोमे कुछ धुंदलाहट या दर्द हो अथवा देखने पढनेमे कठणाई हो तो तुरंत आँखोकी जाँच कराये*
*मुँह और दातोके प्रती सजग रहे*
डॉ.नितीन पोटोडे, दंतचिकित्सक
*अकसर देखा गया है की हर इंन्सान अपने शरीरके विभीन्न अंगो पर जीतना ध्यान देता है उतना अपने दातोपर नही देता.दिन मे एक बार ब्रश करणेसे दातो और मसुडोकी सुरक्षा करणा कठीण होता है.और अब बढते कोरोना संक्रमण के साथ साथ ब्लॅक फंगस नामक बीमारीके मरीज बढने लगे है.इस बिमारीसे हमे बचना है तो हमे दातो ओर मसुडोकी उचित देखभाल के साथ साथ सफाई पर भी ध्यान देना होगा.जीन कोरोना संक्रमण का सामना चुके मरिज तथा जिन्हे मधुमेह एंव कँन्सर जैसी बीमारीयाँ है उन्हे विशेष ध्यान देनेकी आवश्यकता है.दातो ओर मसुडोके दर्द को हल्के मे ना ले*
*म्युकरमाकोसीस एक गंभीर बीमारी पर डरने की जरुरत नही*
डॉ.अनुज जैन ,मैक्सिलोफेशियल सर्जन
*प्राय देखा जारहा है यह की म्युकरमाकोसीस या ब्लॅक फंगस यह बीमारी अधिकांश कोरोना पीडीतोमे नजर आरही है जिसके चलते मरोजोके जबडे तक निकलने की नौबत आरही है यह बीमारी अब ग्रामीण क्षेत्रमे भी बढ रही है.सतर्कता और सावधानी ही इसका प्रथमोपचार है.डरे नही दातो और मसुडोमे दर्द है या बार बार दर्द रहता है तो तुरंत दंतचिकित्सको को दीखाये और कोवीड 19 के गाईडलाईन का पालन करे*
*ब्लँक फंगस से डरे नही*
डॉ.प्रिया उरकुडे , दंतचिकित्सक
*फंगस यह एक सामान्य बिमारी है परंतु इस समय इस बीमारी की तिव्रता अधिक है जीसका प्रभाव कोरोना पीडित मरोजो मे से जिन्हे मधुमेह या कँन्सर जैसी बीमारीया है उनमे अधिकतासे दीख रहा है.इसमे घबरानेवाली बात नही है सही समयपर योग्य इलाज से इससे निजात पाया जासकता है.सावधानी एंव धर्यसे काम ले मधुमेही रोगी अपने मधुमेह पर नियंत्रण रखे अधीक तकलीफे हो तो तुरंत डाँक्टरोसे संपर्क करे*
*नाक,कान,गला शरीर के महत्वपूर्ण अंग*
डॉ.परेश झोपे , कान /नाक /गला विशेषज्ञ
*नाक,कान,गला शरीरके महत्वपुर्ण अंग है और इनके व्दाराही अधिकतर शरीरमे किटाणू प्रवेश करते है.जैसे स्वास तथा खानपान के साथ यह विषाणूजन्य किटाणू हमारे शरीरमे पहुचकर शरीरको नुकसान पहुचाकर हमे अपने चपेटमे लेते है म्युकरमाकोसीस या ब्लँक फंगस कहे इन विषाणूओका भी गुणधर्म यही नजर आरहा है.और यह बिमारी सामान्यतः सर्वसामान्य को नही हो रही है इसलीये डरने की बात नही.इससे बचने हेतू नाक,कान और गले की उचीत साफसफाई रखे,पान,गुटखा,तंबाखू ,बीडी,सीगरेट के सेवन से बचे,धुलभरे या भीड़ से बचे सर्दी,गलेमे खराश,खासी,सरदर्द आदी आम समस्याओको हल्केमे ना ले व सही समयपर उपचार करे,नमकके पाणीके या गुनगुने पाणीके गरारे या भाँप ले ताकी म्युकरमाकोसीस के कीटाणू आप पर असर ना करे*