*शहर में कोरोना की तिसरी लहर को खुला निमंत्रण*
*रास्तोपर अतिक्रमण,बाजारो मे बढी अनियंत्रित भीड – फुटकर ; विक्रेता और दुकानदारो का कोरोना टेस्ट के प्रती रुखा रवैय्या*
*प्रशासन मौन*
मुख्य संपादक – किशोर ढूँढेले
सावनेरः कोरोना का नाम लेते ही शरीर सीहर जाता है.जिन परीवारोने कोरोना त्रासदी सही,परीजनोको खोया है वे ही इस कोरोना महामारी की भयावहतासे भलीभाती वाकीफ है.ऐसा नही की प्रशासनने इस महामारीके दौर मे शहर एंव शहर वासीयोका ध्यान नही रखा.कींतू पीछले कुछ दिनोसे कोरोना संक्रमितो की पुष्टी न होनेसे आम जनताके साथ साथ प्रशासन भी लापरवाह होते जा रहा है.
जीसका नजरा शहर की बँक,कार्यालय तथा सडको पर बेखौफ उमडनेवाली भीड़ या यु कहे लापरवाह भीड जहा न मास्क है,ना सेनीटायझर,ना सोशल डिस्टंसीग उपरसे तय समयपर दुकाने तो शुरू तो होती है लेकीन बंद नही.साथ ही चार बजे के बाद सीर्फ पार्सल सुवीधायो की उपलब्धता होणेपर भी सारी सडके सागभाजी तथा फलो की दुकाने और सब्जी मंडीयाँ देर रात तक रौशन रहती है.एक ओर केन्द्र तथा राज्य सरकारोके स्पष्ट दिशानिर्देश है की हर दुकानदार खासकर
“कोरोना स्प्रेडर” जिनमे कीराना, डेलीनीड़,सागभाजी,फल विक्रेता आदी दुकानदारो के साथ साथ वहा काम करणेवाले कामगारोकी हर पंधरा दिनोमे कोवीड़ 19 टेस्ट होनी अनिवार्य होने पर भी टेस्ट न हो पाणा या टेस्टिंगके प्रती नगर प्रशासन की उदासीनता एक दिन शहरवासीयो को भारी पड सकती है.और कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर अपणा कहर मचा सकती है.
*स्थाई मुख्याधिकारी न होने की कीमत चुकाते नगरवासी*
*ज्ञात हो की सावनेर नगर पालिकाके तत्कालीन मुख्याधिकारी रविंद्र भेलावी के तबादले बादसे सावनेर शहर की कमान प्रभारी मुख्याधिकारी के हाथो है.उनका माने तो उन्हे कलमेश्वर,मोहपा और सावनेर का चार्ज प्राप्त है.इसीलीये वे सावनेर को समय नही दे पारही जिससे सावनेर जैसे बडे नगर पालिकाके विकास कार्योके साथ साथ अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे है.जब अधिकारी ही सिथ नही तो अधिनस्थ कर्यचारीयोकी तो निकल पडी.*
*संयुक्तिकता का आभाव*
*ज्ञात हो की कोरोना के शुरुवात से ही मा.जिलाधिकारी के मार्गदर्शनमे उनके अधिनस्थ कार्यरत उपविभागीय अधिकारी,तहसीलदार,नायब तहसीलदार,ठाणेदर,मुख्याधिकारी,स्वास्थ अधिकारीयोके साथही उनके कर्मचारी अधिकारीयोकी एकजुटतासे,समाजसेवी तथा आम नागरिकोके सहयोगसे बढते कोरोना संक्रमणसे मुकाबला कीया लेकीन जैसे जैसे समय आगे बढता गया हर विभाग अपनी अपनी जिम्मेदारी झटकने लगा.जिससे कोरोना संक्रमण के दुसरे चरणमे समस्त नागपुर जिले के साथही सावनेर तहसील और शहरमे कोरोना मरीजोकी संख्याके साथ साथ मरनेवालो की संख्यामे भारी इजाफा हुआँ यहा तक की सावनेर नागपुर जीले मे कोरोना संक्रमितो की संख्यामे अव्वल स्थानपर विराजमान रहा.यह संबधीत विभागके संयुक्तिकरुप से काम नकरणे का नतीजा है ऐसे जानकारो का मानना है.
*अगर यही हालत रहे तो आनेवाली कोरोना की तीसरी लहर शहर और तहसीलमे कहर मचाने को आतुर है.समय रहते नगर प्रशासन को स्थाई मुख्याधिकारी तथा सभी संबंधित विभागोकी सामुहीक कारवाई के साथ साथ सभी सुपरस्प्रेडरो की उपरके उपर कोवीड़ 19 टेस्टिंग साथ ही बारीशके दिनोमे शहर की साफसफाई पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है वर्ना कोरोनाके ब्लॅक फंगस,व्हाईट फंगस,म्युकरमाकोसीस,डेल्टा प्लस आदी नये अवतारोके साथ ही बुखार,डेंगू मलेरिया,डायरीयाँ,हेपिटाटीस जैसी जानलेवा बिमारीयाँ कभीभी उत्पन्न हो सकती है*