*धर्म संस्कृती की रक्षा के लीये युवा आगे आये*
*प्रगती दुर्गा उत्सव मंडल व्दारा आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण व ज्ञानयज्ञ मे उमडी श्रध्दालुओ की भीड़*
*सु.श्री.साध्वी अर्पिता मानस भारतीजी*
*मुख्य संपादक – किशोर ढुंढेले *
सावनेरः *समाज मे डॉक्टर इंजीनियर तो घर घर मे मील जायेंगे लेकीन समाज को सुसंस्कृत करणे हेतु और धर्म संस्कृती की रक्षा करणे के लीये युवक युवतीयाँ आगे आने से घबराते है.पता नहीं क्यो उन्हे लगता है की ईस मार्ग पर चलना कठीन है.इस मार्गपर चलेगे तो परिवार और समाज से दुर हो जायेंगे.जो ऐसा सोचते है उन्हे मै बताना चाहुँगी की मै भी एक उच्चशिक्षीत शिक्षा प्राप्त हुँ.गरिब और मध्यमवर्गीय परिवार से हुँ.इस मार्ग पर चलने से पहले मेरा परिवार सीमीत था कींतू मैनै धर्म के मार्गपर चलने का निश्चय लीया और आज सारा विश्व मेरा परिवार बन गया.यह मार्ग थोडा़ कठीण है इसमे सामाजीक और पारिवारींक चकाचौंध और आसक्ती का भाव नही संपूर्ण समर्पन का भाव है और परम शांती,परम सुख और आनंद असीम है.*
*अगर धर्म और समाज को सुसंस्कृत करणा हो तो महिलाओ को आगे आना होगा घर,परिवार के साथ ही समाज मे चल रही कुप्रथाओ और विसंगती के खिलाप हमारे सनातन धर्म संस्कार को ढाल बनाकर लढना होगा.ऐसा मार्मिक मार्गदर्शन करते हुये साव्धी अर्पिताजी ने कहा की टिव्ही सीरीयल और स्मार्ट फोन ने तो समाज को गर्त मे ढकेलनी की ठानी है हर जगह कुसंस्कुती,अश्लीलता और फुहडता का बाजार गर्म है हम ही हमारे धर्म और संस्कृती के दुश्मन बनते जा रहे है.अगर हमारा बच्चा गलत मार्गपर चलकर कुसंगतीयो मे पड जाता है तब हम समाज और सरकारो को दोष देते थकते नहीं.यह गलत है इसलीये पहले अपने घर परिवार और समाज को सुसंस्कृत करणा होगा.हम कीसीके काम आयेंगे तो कोई हमारे काम आयेंगा यही सच्चाई है ईससे हम मुँह नही मोड सकते ऐसे भावनात्मक विचार प्रगती दुर्गा उत्सव मंडल व्दारा आयोजीत श्रीमद् देवीभागवत महापुराण एंव ज्ञानयज्ञ मे वुंदावन धाम शारदादेवी से पधारी सु.श्री. साध्वी अर्पिता मानस भारतीजी ने व्यक्त कीये.*
*नवदुर्गा उत्सव के दरम्यान जारी इस नव दीवसीय आयोजन मे देवी भागवत नवचंडी पाठ पंचकुंडी हवन महायज्ञ,किर्तन तथा ह.भ.प.श्री दिनेश महाराज मोहतुरे व्दारा गोपालकाला हरिकिर्तन आदी का आयोजन नवरात्र महोत्सव समिती दारा कीया गया है.तथा माँ.त्रिपुरासुंदरी देवी की मनोहारी प्रतीमा स्थापीत कर पुरे श्रध्दा के साथ आयोजन को सफल बनाने हेतू अशोक उमाटे,अँड् भोजराज सोनकुसळे,संजय जवाहर,तुषार उमाटे आदी परिश्रम ले रहे है.*
*नवरात्र उत्सव समीती के अध्यक्ष बाजीराव बोरीकर,उपाध्यक्ष राजु भुजाडे,तुलसीराम बनकर,नारायण तपासे,कोषाध्यक्ष शेखर वाट,राजु इंगेवार,सह कोषाध्यक्ष,रवी देशमुख,राजु घटे,डॉ. जयराज हाडके,प्रवीण रासेकर,राजु शर्मा,विनोद घटे,विलास उआटे,रामदास वाळबुधे,नारायण बारी,वसंतराव पाटील,किरण जैस्वाल,मदन उमाठे,प्रवीण करोले,राजु तपासे,शांताराम अंतुरकर,जितेन्द्र तपासे,बाळकु्ष्ण गावंडे,रामभाउ कुबडे,मोहन वाखडे,दिलीप घटे,सोनेश्वर भुसारी,कवडुजी घोंगडे,ज्ञानेश्वर निंबाळकर,गजानन बरोले,अरुण मरजदेव आदी के मार्गदर्शन मे इस आयोजन को भव्यता प्रदान करणे हेतु प्रयास जारी है.*