*साहित्य भूषण, अन्नाभाऊ साठे के विचारों को अंगीकार करने की जरूरत है*
*साहित्य सम्राट लोकशाहीर अन्नाभाऊ साठे जयंती तथा लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के पुण्यतिथी मनाई गई*
कोंढाली संवाददाता – दुर्गाप्रसाद पांडे
कोंढाली – साहित्य सम्राट लोकशाहीर अन्नाभाऊ साठे के101वी जयंती तथा महान स्वतंत्रता सेनानी आदर्शवादी राष्ट्रीय नेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के पुण्यतिथी के अवसर पर कोंढाली के लहूशक्ती युवा फौंडेशन, तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस के संयुक्त तत्वावधान में 01अगस्त को सुबह 11-00बजे पुर्व गृहमंत्री विधायक अनिल देशमुख के जनसंपर्क कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया था।इस अवसर पर दोनों माहान विभूतियों को अभिवादन करने के बाद कोंढाली के सरपंच द्वारा अन्नाभाऊ साठे के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि
शोषित, वंचित समाज के लिए जागरुकता का संदेश देने वाले लोकशाहिर, साहित्य भूषण, अन्नाभाऊ साठे के विचारों को अंगीकार करने की जरूरत है, विषमतावादी ताकतों को समझकर हमें अन्नाभाऊ साठे के समतावादी, न्यायवादी विचारों पर चलना होगा। अन्नाभाऊ साठे की जयंती तभी सार्थक होगी जब समाज, उनके बताए हुए आदर्श मार्ग को समझेगा और उनके साहित्य को पढ़ेगा।
साथ ही लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के जीवनी पर जानकारी देते हुए बताया कि वे
. एक महान स्वतंत्रता सेनानी, बेहतर समाज सुधारक, एक आदर्शवादी राष्ट्रीय नेता, प्रख्यात वकील, प्रसिद्ध लेखक और महान विचारक होने के साथ-साथ भारतीय इतिहास, हिन्दू धर्म, संस्कृत, खगोल विज्ञान, गणित आदि विषयों के ज्ञाता भी थे। अर्थात लोकमान्य तिलक एक बहुमुखी प्रतिभा के व्यक्ति थे और कांग्रेस की उग्र विचारधारा के प्रवर्तक थे। उन्हें आधुनिक भारत का वास्तुकार भी कहा जाता है।उन्होंने *स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और वह मै लेकर ही रहूँगा
इस पर सदैव अमल करते थे।
इस अवसर पर कोंढाली के सरपंच केशवराव धुर्वे, ग्राम पंचायत सदस्य संजय राऊत, पुर्व सरपंच नरेश राऊत, धर्मपाल पाटील, नितीन ठवले, सुरेंद्र कुर्वे, एकनाथ पाटील,महेश सोनगीरकर, दुर्गा प्रसाद पांडे, संजय गायकवाड़,
तथा लहू शक्ती युवा फौंडेशन के कैलास काचेवार, जितेंन्द्र खोडके, संजय तेलंगे गणेश खडसे ,अनिल लोखंडे, के साथ साथ अनेक पदाधिकारी तथा सदस्यों के साथ सोशल डिस्टंस्सींग का पालन करते हुए तीनों महानुभावों को भावपूर्ण अभिवादन किया गया।
इसी प्रकार कोंढाली के लाखोटीया भुतडा कनिष्ठ महाविद्यालय में भी प्राचार्य गणेश शेंम्बेकर, पर्यवेक्षक सुधीर बुटे के उपस्थिती में लोकमान्य तिलक तथा लोकशाहीर अन्नाभाऊ साठे को अभिवादन किया गया ।
यहां के राजेंद्र सिंह व्यास महाविद्यालय में भी लोकमान्य तिलक तथा लोकशाहीर अन्नाभाऊ साठे को संस्थाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह व्यास, संचालक स्वप्निलसिंह व्यास, प्राचार्य लाडके तथा सभी प्राध्यापकों के उपस्थित में अभिवादन कार्यक्रम संपन्न हुआ ।