*हिरण का माँस और तीन कछुये बरामद*
*वन्य पशु संघटनोके प्रयास तथा खापा पोलीस की सतर्कतासे दिया कारवाई को अंजाम*
*खापा वन क्षेत्र अधिकारीयोके ढुलमुल रवैय्येसे मामला दबानेका अंदेशा*
खापा ः सावनेर तालुकाके खापा वन परिक्षेत्रसे सटे गावोमे वन्य पशु पक्षीयोका शिकार कर उसका मास बेचनेका गोरखधंदा कोई नई बात नही है*
*ईसी प्रकार का एक मामला
वाइल्डलाइफ वेल्फेंअर सोसायटी व वन्य पशुपक्षी सौरक्षण सामाजिक संस्था के दादू गणवीर,नितीश भांदककर आदीके प्रयासो उजागर हुआँ*
*प्राप्त जानकारी के अनुसार वाइल्डलाइफ वेल्फेअर सोसायटी तथा वन्य पशुपक्षी सौंरक्षण संस्थाके नितेश भांदककर और दादू गणवीर को खापा शहरके वार्ड क्र.3 शिवले मठ क्षेत्रके हनुमान मंदिर के पास अवैध रुपसे हिरण का मांस तथा प्रतिबंधीत शेडूल 1 के कछुये बेचे जानेकी खबर प्राप्त होते ही उन्होने अपने संस्थाके राकेश भोयर नामक युवक को अवैध मास विक्रेता तुमाने के घर ग्राहक बनाकर भेजकर उक्त मास खरिदनेकी ईच्छा जताई जहा 350 रुपये कीलोके हीसाबसे दर तय हुँया उतनेमे ही अवैध मास विक्रेता का भाई को उसके अवैध व्यवसाय पर वाइल्डलाइफ तथा पशुपक्षी सौरक्षण समीती के घात लगानेका संदेह होनेसे वह घर आकर बनावटी ग्राहक राकेश भोयर के सामने अपने भाईको उक्त मांस नही बेचनेकी तथा कोई शिकार नही होनेकी बात कह भगा देता है.जिसका घात मास न होने की बात कहता है.जबकी वन्यजीवोके संरक्षण हेतू कार्यरत उक्त दोनो संघटनाओको मांस और कछये होनेकी पुष्टी होते ही वन विभाग खापा के वनक्षेत्र अधिकारी सचिन आठवले.तथा खापा पोलीस स्टेशनके थानेदार अजय मानकर को उक्त घटनाकी सुचना देकर उक्त घरोको संस्थाके अन्य पदाधिकारीयोने घेरकर रखा.थानेदार अजय मानकर तथा पोलीस कर्मीयोके आतेही दोनो घरोकी तलाशी ली जिसमे कुणाल शेंन्डे के घरसे प्रतिबंधक शेडूल 1 के दो जीवीत कछुये तथा लखन तुमाणे के घरसे लगभग पाच कीलो हिरणका मास जप्त कीया .मामला वन्य प्राणीके शिकार का होणेसे मामला खापा वन परिक्षेत्र अधिकारी सचिन आठवले को आगेकी जाँच हेतू सोपा गया.*
*परंतू घटनाको काफी समय बीत जानेके बाद भी खापा वन अधिकारीयोका कारवाई के प्रती ढुलमुल रवैय्या रहा.जिससे वाइल्डलाइफ वेल्फेअर सोसायटी तथा वन्य पशुपक्षी सौंरक्षण संस्थाके घटनास्थल पर उपस्थित पदाधिकारी,सदस्य तथा नागरिकोने रोश व्यक्त कीया*
*लाल पाणी के नामसे बेचा जाता है हिरण का मांस*
*तो लाखो मे बेचे जाते है प्रतिबंधीत कछवे*
*बता दे की वन्य प्राणीयोके मास के बहोतसे शौकीन है तथा वन्यप्राणीयोका शिकार कर अनका मास अवैध तरिकेसे बेचने व खरिदनेवालोका एक बडा नेटवर्क होता है.और जब भी कीसी वन्य प्राणीका शिकार करते है तो उसकी जानकारी पहले अपने चुनिंदा शौकीन ग्राहकोको मुहैय्या कराते है.जिससे उनका अवैध मास तुरंतही बीक जाता है.और प्रतिबंधक पशु पक्षीयो के मासका यह सब गोरखधंदा खापा वन परिक्षेत्रके अधिकारीयोके बीना जानकारी या मेलजोल के संभव नही ऐसा जानकारोका मत है*
*उक्त घटना मे भी वन विभागके अधिकारीयोके सामनेसे तीन प्रतिबंधीत कछुये वाला आरोपी कुणाल शेंडे फरार हो जाता है वही हिरण के मासकी अवैध शिकार कर विक्री करणेवाला आरोपी लखन तुमाने वन विभाग के हत्थे चढ गया.जिसे गीरप्तार कर फीलहाल खापा वन क्षेत्र कार्यालयमे पुछताछ जारी है.वही हिरण की अवैध रुपसे शिकार कर उसका मास बेचने की घटनामे भी औरकी भी सहभागीता होणेसे आरोपी बढने का अंदेशा व्यक्त कीया जा रहा है.वही उक्त घटना की संपूर्ण जानकारी जानने हेतु हमारे स्थानिक संवाददाता ने खापा वन परिक्षेत्र के वन अधिकारी सचिन आठवले से दो तीन बार भ्रमणध्वनीसे संपर्क कीया लेकीन उन्होने जानकारी देना तो दुर बात करणा भी मुनासीब नही समझा जिससे उक्त प्रकरण पर वन विभाग मिट्टी डालकर रफादफा या ढुलमुल कारवाई कर निपटाने की बू आती है*
*वही वन्य जिवोके प्रती सजग वाइल्डलाइफ वेल्फेअर सोसायटी तथा वन्य पशुपक्षी सौंरक्षण सामाजिक संस्थाके दादु गणवीर,नितेश भांदककर,अनुप सातपुते,अक्षय दिक्षीत,खुशवंत गणोरकर,गौंरव नागपुरे,साहिल शरणागत,पंकज बाहुले,गौंरग वायकर,अमोल आवारकर आदीके प्रयासोसे उजागर होकर वन्य प्राणीयोकी अवैध रुपसे शिकार कर उनका मास बेचने व खरीदने वालोको शिध्रतासे पकडकर दोषीयोपर दंडात्मक कारवाई की मांग उक्त संस्थाओके साथ साथ वन्यजीव प्रेमीयोने की है*