*तेंदुऐ की दहशतसे खेती किसानी प्रभावित*
*तेंदुऐ को पकडकर भय से निजात दिलाने की मांग*
सावनेरः सावनेर थाना अंतर्गत तथा कलमेश्वर वनक्षेत्रके निलगाव-बोरगाव क्षेत्रमे एकबार फीरसे तेंदुऐका आतंक बढते दिखाई देने लगा है.
*प्राप्त जानकारी के अनुसार कलमेश्वर वन परिक्षेत्रके निलगाव बोरगाव शिवार के कीसान शुभम रमेश वानखेडे के खेत मे बंधे कुत्तेपर दो दिवस पुर्व शाम करीब 7-00 बेजे के दरम्यान अचानक तेंदुऐने हमाला कर उसे गंभीर रुपसे घायल कर देनेकी घटना उजागर होनेसे फीर एकबार क्षेत्र मे तेंदुऐकी उपस्थितीसे कीसानोमे भय व्याप्त है.घटनाके समय कीसान शुभम वानखेडे अपने खेतके बाडमे बंधे दुधारू जानवरोका दुध निकाल रहा था तभी अचानक कुत्तेके भौकने तथा अजीबोगरिब आवाज आतेही कीसान शुभमको कुत्तेपर कीसी जंगली जानवरका हमला होनेका अंदेशा होतेही उसने शोर मचाते हुये कुत्तेकी दिशामे पहुँचने लगे तो वही अनहोनी आवाजे सुनकर आसपडोसी कीसानोने भी शोर मचाते हुये घटनास्थलका रुख की तभी कीसीके आनेकी आहट व शोरगुल सुन तेंदुआ भाग खडा होनेसे कुत्तेकी जान बची.घटनाकी जानकारी करीबी बोरगाव निलगाव वासीयोको लगते ही वे भी टार्च आदी लेकर घटनास्थल रवाना होकर तेंदुऐकी खोजमे जुटे लेकीन अंधेरा होनेसे तेंदुऐका पता नही चल पाया.उक्त घटनाकी जानकारी कलमेश्वर वन विभाग प्रमुख श्रीमती नौकरकर को देकर तेंदुऐको शिध्र पकडकर घने जंगलमे छोडनेकी मांग किसान भाईयोने की है*
*बता दे की 31 जनवरीको ईसी क्षेत्रमे एक घायल तेंदुऐको नागपुर वनविभागा के अधिकारीयोने रेस्क्यू कर पकडकर लेगये थे तो कीसानोने चैनकी सास लेकर खेती कीसानी करणे लगे थे किंतू 17 फरवरी के लगभग कलमेश्वर वनविभाग क्षेत्रके पटकाखेडी मे तेंदुऐव्दारा चार बकरी तथा एक बछडे की शिकार कर फीरसे कीसानोके साथ साथ ग्रामिणोमे दहशत निर्माण कर अपनी उपस्थिती दर्ज कराई थी.और अब निलगाव बोरगाव मे अपना डेरा डाले हुये है.जीससे कीसानोमे भयके वातावरणके साथ ही खेतीहर मजदुर खेतीमे जानेसे डर रहे है जीससे किसानी खडी फसले नष्ट होकर उन्हे आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है वही अपने पशुधन की चिंता सताने लगी है.
*तेंदुऐ का इंतजाम करे या फसलो की नुकसान भरपाई दे*
*कलमेश्वर वनविभाग क्षेत्रमे तेंदुऐकी उपस्थितीसे अधिकांश किसानोका खेती मे जाना खतरेसे खाली नही वही खेतीहर मजदुर भी तेंदुऐके खौफसे उस और रुख करणेसे कतरा रहे है.जीससे खेतोमे कटाई को आपडी कपास,तुअर,संत्रा,मोसंबी के साथ साथ सागभाजी आदी फसलोका नुकसान सहनेको क्षेत्रका कीसान मजबुर है.वक्त रहते तेंदुऐका बंदोबस्त न होनेपर खेतमे पडी फसल मीट्टीमोल होकर कीसानोको भारी नुकसान का सामना करणा पड़ सकता है.तो वही क्षेत्र कीसानोने कलमेश्वर वनक्षेत्र अधिकारीसे तेंदुऐका शिध्रतासे बंदोबस्त करणे अथवा उनकू खेतीमे पडे पडे खराब होती फसलोका मुआवना कर नुकसान भरपाई देनेकी मांग की है*