*कोंढाली विश्राम भवन का फर्णिचर तथा साहित्य लापता*
*लोक निर्माण विभाग कि दुर्लक्षता*
कोंढाली संवाददाता
नागपुर-अमरावती राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोंढाली विश्राम भवन का फर्णिचर तथा यहां का अन्य साहित्य लापता होने से यहां लोकनिर्माण विभाग के कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह उपस्थित हो रहे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह नागपुर से अमरावती राज मार्ग के नागपुर से 48कि मि दुरी पर बना विश्राम भवन एक महत्त्वपूर्ण विश्राम भवन स्थित इस नागपुर से अमरावती तथा आगे के लिये आवाजाही करने वाले हजारो व्हि आय पी व्यक्तियों द्वारा यहां के विश्राम भवन पर विश्राम किया जाता था. देश के पंतप्रधान पी व्ही नरसिंहराव, राज्य के पुर्व मंत्री बॅ शेषराव वानखेडे, भाई भगवंतराव गायकवाड, बाबासाहेब केदार, रमेशचंद्र बंग अनिलदेशमुख के साथ साथ इस राजमार्ग से आने जानेवाले अनेक आय ए एस, आय पी एस, आय आर एस तथा समकक्ष अधिकारी तथा पुर्व के कलमेश्वर विधान सभा तथा विद्यमान में काटोल विधान सभा के सभी दलों के राजनितीक, सामाजिक, तथा अन्य संगठणों के जनप्रतिधीनींयों के लिये बैठकों के लिये उपयोगी यहां के विश्राम भवन पर विगत अनेक वर्षों से लोकनिर्माण विभाग के दुर्लक्षता से यहां के फर्णिचर तथा अन्य साहित्य ताला तोडकर लापता होने से भी लोकनिर्माण विभाग के संपत्ती को लावारीस छोडे जाने से यह घटना हो रही है यह जानकारी स्थानिय नागरिकों द्वारा दी गयी है!
बताया जाता है की यहां के विश्राम भवन ढाई एकड में है, यहा विश्राम भवन के साथ साथ सेक्शन (शाखा अभियंता)इंजिनियर का कार्यालय तथा निवास भी है पर यहां ना कोई अधिकारी रहते है ना कोई कर्मचारी नियुक्ती है, फलस्वरूप यहां का फर्णिचर एक एक करके लापता हो गया है।
यहां के रेस्ट हाऊस के दुरूस्ती तथा फर्णीचर आपुर्ती के लिये विधायक अनिल देशमुख द्वारा संबधीत विभाग को निर्देश दिये गये थे, तब काटोल के विश्राम भवन का अतिरिक्त फर्णीचर यहां लाया गया था यह जानकारी स्थानिय नागरिकों द्वारा दी गयी है. लोक निर्माण विभाग द्वारा रेस्टहाऊस पर खानसामा तथा सहयोगीयों की नियुक्ती बंद किये जाने से तथा स्थानिय शाखा अभियंता के दुर्लक्षता के चलते कोंढाली विश्राम भवन दुर्लक्षित हुआ एवं यहां का फर्णिचर लापता हुआ. इसके लिये जिम्मेवारी कीसकी?यह सवाल उपस्थित किया जा रहा है.