*मानवता अब भी जिवीत है*
*हितज्योती फाऊंडेशनके हितेश बंन्सोड तथा थानेदार मारुती मुळूक ने दीया मानवताका परिचय*
सावनेरः कहते है जिवन और मु्त्यूकी डोर भगवान के हाथो होती है.कहा कीस मोडपर मौत अपना शिकंजा कस ले कहा नही जासकता.ऐसाही वाकीया नागपुसे बैतुल ईलाज कर लौट रहे युवकके साथ घटीत हुँआ.और हितज्योती फाऊंडेशन के पदाधिकारी तथा सावनेर थानेके थानेदार सहीत सभी कर्मीयोने मदत कर मानवता अभी जिंदा है का परिचय दीया.
*प्राप्त जानकारी के अनुसार सुहागपुर जी.बैतुल मध्यप्रदेश निवासी युवक देविदास बिंदू गडेकर जो कँन्सरसे ग्रसीत होनेसे उसका इलाज हेडगेवार कँन्सर अस्पताल नागपुरमे जारी था.वह शायद इलाज हेतू सुहागपुर से नागपुर आया था तथा ईलाज कराकर आज दि.23 जुनको वाप अपने गाव के एल मालवी ट्रव्हल्स के बस क्र.एम पी.48 पी.7860 से वापस लौट रहा था की अचानक सावनेर के करिब बस कन्डेक्टरको देवीदास के मुहसे खुन निकलता नजर आया तो उसने देवीदाससे हालचाल जाननी चाही लेकीन उसने कोई जवाब न देता देख बसमे हडकंप मच गयी घटना की गंभीरता जानकर बसमे बैठे कीसी मुसाफीरने समाजसेवी तथा हितज्योती फाऊंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष हितेश बंन्सोड को देनेपर उन्होने ईस घटनासे थानेदार को अवगत कराकर अपनी एँम्बुलेंस लेकर घटनास्थल रवाना हुये.साथ ही थानेदार मारुती मुळूक भी दलबलके साथ घटनास्थल पहुचे*
*घटना स्थल पहुचकर मु्तक देवीदास को लेकर ग्रामीण स्वास्थ प्रशिक्षण केन्द्र सावनेर पहुचकर स्वास्थ केन्द्र के डाँक्टरोने जाँचकर उसे मु्त घोषित कीया.मुतक के पास उपलब्ध कागजातोकी जच कर उसके परिवारको उक्त अनहोनी घटनाकी जानकारी देकर यथासंभव मदत करनेका भरोसा दिलाया.और मु्तक के परिजनोके आते ही मु्तक का शव उसके पीतु्क गाव पहुचानेमे मदत तथा आर्थिक सहयोग कर मानवता का परिचय देते हुये जहा थानेदार मारुती मुळूक ने पोलीस भी आखीर इंन्सान है.तो हितज्योतीके हितेश बंन्सोड ने सच्चा समाजसेवी क्या होता है यह सिद्ध करणेमे कोई कसर नही छोडी.वो भी तब जब कँन्सर जैसी जानलेवा बिमारीमे अपने भी दुर हो जाते है ईस भयसे की ईस जानलेवा बीमारीके चपेटमे हम ना आजाये.ऐसे हर कठीण कसौटीपर खरी उतरती हितज्योती फाऊंडेशन की सच्ची समाजसेवा देख अनायसही निकल आता है “मानवता अभी जिंदा है.*