*आम आदमी और लाँज व्यवसायीयो का डर…*
*स्थानिक पोलीसकी सराहनीय भुमिका*
सावनेरः सावनेर पोलीस की सक्रीयतासे शहरके लाँजोमे उजागर होते नीत नये कांडोसे रुबरु होती जनता की रुह तब तब काप जाती है जब इन घीनौने करतुतोमे अपने तो बच्चे शामील नही ऐसे सवाल जब उनके जेहनमे आते हो…?*
*अकसर हिंदी सीनेमाओमे दिखाया जाता है जब कीसी भाई या डाँन का गुर्गा अपने रसुखके चलते हर वो नाजायज व्यवसाय को पुरे साम दाम और दंड के जोरोपर पर उस इलाकोमे रहनेवाले लोगोपर अत्याचार करता है फीर कोई समाजसेवी या युवा नौजवान या पोलीस अफसर इन लोगोको इन समस्याओसे छुटकारा दिलाने के लीये इन अवैध व्यवसायीयोसे भीड जाता है.और इन अवैध व्यवसायीयोके डरसे कोईभी जुबान खोलने या आगे आनेसे डर जाता है.और इसी डर का नतीजा होता है ये छुटभैये अपनी दहशत कायम करनेमे सफल हो जाते है.*
*इसी तरहकी कुछ फील्मी स्टोरी तथा लाँज संचालकोका डर के सटवामाता परिसरमे भी दिखाई पडता है.जहाँ लोगोको उनके घरोके आसपास चल रहे ईस घीनौने धंदोसे छुटकारा तो चाहीये पर कोई खुलकर आगे आनेसे डर रहे है.हाल फीलाल संकेत,केशव लाँजोमे हुयी युवकोकी मौत के बाद सावनेर पोलीस हरकतमे आकर नियमित कारवाई कर रही है जहा रोजाना इन लाँजोमे संदिग्ध युगल प्रेमीयोकी उपस्थिती दर्ज हो रही है.एक और जहा बस स्थानक परिसरके इन लाँंजोमे कारवाई होनेसे रंगीन मीजाज युगल प्रेमी शहर से सटे मुख्यमार्गापर पर रिहायशी घरो तथा खेत खलियानोमे स्थीत लाँजोकी ओर रुख कीये जानेकी जानकारी निकालकर आगे आरही है शहरसे सटे रिहायशी इलाके तथा खेत खलियानोमे स्थीत इन लाँजोपर भी रोजाना पोलीसकी चेकींग तथा दबीश देकर शहरमे लाँज व्यवसायकी आड़मे बडे पैमानेपर चल रहे जिस्मफीरोशीके धंदोका भांडाफोड करणे की मांग स्थानिक पोलीससे की जारही है.साथ ही थानेदार मारुती मुळूक के मार्गदर्शनमे जारी इन कारवाईयोके चलते शहरसे इस घीनौने लाँज व्यवसायको हदपार होनेके आसार भी बनने लगे है*
*स्थानिक पोलीसकी सराहनीय भुमिका*
*लाँज व्यवसाय के आडमे चल रहे गोरखधंदोपर थानेदार मारुती मुळूक के नेतृत्वमे निरंतरतासे जारी कारवाईका सटवामाता परिसरमे रहनेवाले लोगोपर सीधे असर देखा जारहा कलतक जो क्षेत्र बदनाम गलीके नामसे जाना जाता था उसमे सुधार होकर पुर्ववत होनेकी आस बंधने लगी है.*
*एक ओर निरंतर होते कारवाईसे लाँज संचालकोके पसीने छुटने लगे है वही क्षेत्रमे रहणेवाली जनातामे हर्षका वातावरण निर्माण होकर नियमित कारवाई तथा लाँजोमे आनेवाले शाला,विद्यालयीन युगल प्रेमीयोको ऐसेही पकडकर थाने लेजाने तथा तहकीकातके दौरान उनके माता पीता तथा शालेय प्राचार्योको बुलाकर ईनकी करतुते उजागर करणेकी बात कही जारही जीससे की मा-बाप तथा परिवारसे प्राप्त आझादी का ऐसे नाजायज फायदा उठाकार परिवारोके नाम कलंकित करणेवालोपर नकेल कसी जाय.और गर्तमे जारहे युवा भविष्यको सवारने हेतू पहल कीये जानेकी म़ाग उठने लगी है*
*थानेदार मारुती मुळूक ने वरिष्ठोके आदेशानुसार शहरके लाँजोपर कडी नजर रखने तथा तुरंत कारवाई हेतू एक जाँच दल तयार कर सभी लाँजोमे कडाईसे जाँच कर संदिग्ध अवस्था पायेजानेवाले युगल प्रेमियोको पुछताछ हेतू थाने लाये जानेका भी प्रभाव साफ तौर दिखाई पडने की बात दिखाई पडने लगी है.स्थानिक पोलीसकी निरंतर कारवाई ऐसेही चलते रही तो वो दीन दुर नहीं जब सटवामाता मंदिर परिसर के साथ ही जीन जीध रिहायशी इलाकोमे लाँज है वहा के नागरिक खुलकर अपना जीवन व्यतीत कर बदनाम होती गलीया फीरसे अपने पुराने नामसे पहचाने जाने लगेगी*