*पशुओं पर लम्पी चर्म रोग का प्रदुरभाव* *गोपालकों द्वारा चलित(मोबाइल) पशुवैद्यकिय अस्पतालों के तहत किये जाय ईलाज कराये जानें कि मांग* *पशुपालन प्रणाली अलर्ट*

*पशुओं पर लम्पी चर्म रोग का प्रदुरभाव*

*गोपालकों द्वारा चलित(मोबाइल) पशुवैद्यकिय अस्पतालों के तहत किये जाय ईलाज कराये जानें कि मांग*

*पशुपालन प्रणाली अलर्ट*

विशेष संवादाता- दुर्गाप्रसाद पांडे

कोंढाली – उपराजधानी नागपुर से सटे वर्धा जिलें में गोवंशों तथा अन्य पशुओं को लम्पी नामक चर्म रोग के प्रादुर्भाव के चलते वर्धा जिले से सटे नागपुर जिले के कटोल तहसील के कोंढाली के पशुवैद्यकिय क्लिनिक प्रथम श्रेणी में है ।इस पशुवैद्यकिय अस्पताल के तहत 3500गोवंश तथा भैंसो संख्या है। लम्पी के प्रादुर्भाव रोकने के लिये नागपुर जिला प्रशासन और जिला परिषद पशुपालन विभाग को कटोल तालुका में सभी पशु चिकित्सालयों और उप केंद्रों पर टीकाकरण की सुविधा प्रदान कराने की मांग के साथ साथ जिला परिषद पशुपालन विभाग द्वारा लम्पी को नियंत्रण में रखने के लिए चलीत (मोबाइल) पशु चिकित्सालय की सुविधा की मांग भी स्थानीय पशु पालक किसानों तथा गोपालक जिला दुग्ध संघ के अध्यक्ष भाष्करराव पराड, गोवंश पालक किसान उत्तम काले, प्रकाश वाघमारे, चंद्रशेखर ढोरे, लोहकारे, अरुण खोडनकर, राजू किनेकर, विशाल व्यास, पुरुषोत्तम हगवाने, याकूब पठान, महेश गोडबोले,रमेश वंजारी, द्वारा की गयी है ।


इसके अलावा, लम्पी चर्म रोग के प्रकोप को रोकने के लिए पशुओं में ‘लंम्पी त्वचा रोग’ के लक्षणों के बारे में डेयरियों, दूध उत्पादक संघों, ग्राम पंचायतों और पशु चिकित्सालयों में जागरूकता पैदा करने पर जोर दिया जाना चाहिए। संदिग्ध संक्रमित पशुओं की पहचान के लिए सरकारी एवं निजी पशु चिकित्सकों के बाह्य रोगी विभाग में निरीक्षण किया जाए। पशुओं की मृत्यु को रोकने के लिए प्रभावी उपचार एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालयों से समन्वय कर प्रभावित गांवों में शिविर लगाने के लिए अतिरिक्त शासकीय चिकित्सक एवं पशुधन पर्यवेक्षकों से 24 घंटे निगरानी की संजय राऊत, कमलेश गुप्ता, हरिदास मडावी, नितिन देवताले, भीमराव गोंडाने, उत्तमराव गिरडकर, नितीन ठवले, प्रवीण गोडबोले, दादारव लोणगाडगे, रमेश पाटील वानखेडे, द्वारा कि गयी है ।
इस विषय में काटोल पंचायत समिति के पशुवैद्यकिय तहसील अधिकारी डाक्टर पुंड तथा कोंढाली पशुवैद्यकिय अस्पताल प्रथम श्रेणी डा स्वप्निल रेवतकर ने बताया की लम्पी का प्रादुर्भाव समिपस्थ जिलों में देखा गया है । काटोल तहसील में फिलहाल एक दो पशुओं पर लम्पी के संभावीत गोवंश पाये गये हैं । जिनका ईलाज जारी है । साथ ही टिकाकरन के लिये टीके मंगवाये गये हैं तथा प्रशासन अलर्ट मोड पर है ।

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