*सच का आईना*
*हे राम कैसी ये लापरवाही…..!*
सावनेरः देशके लीये अपना सबकुछ त्याग,बलीदान करणेवाले राष्ट्र नेताओके पुतले हर शहरमे है.जीसका रखरखाव स्थानिक संस्थाओके अधिनस्त होता है.ऐसेमे जब अगर स्थानिक प्रशासन ही लापरवाह हो जाय तो शिकायत कीससे करे.*
*ऐसाही नगर प्रशासनकी लापरवाहीका मामला शहरमे भी उजागर होरहा है.जहा राष्ट्रपीता महात्मा गांधीके पुतले पर आज भी 2 अक्टूबर गांधी जयंतीके पर्वपर चढाये गये हारो का ढेर सुखे अवस्थामे नगर प्रशासनके कर्तव्यदक्षता का परिचय देकर कीरकीरी करा रहा है.*
*करिब पाच दीन पहले संपन्न गांधी जयंती के पर्वपर नगर प्रशासन,प्रशासकीय कार्यालय,समाजसेवी संस्थाओ व्दारा गांधी पुतला पहुचकर महात्मा गांधीको मानवंदना दी.गांधी जयंतीके अवसरपर शहयके हर आला अफसरोने भी यहा पहुचकर श्रध्दासुमन अर्पीत कीये.इस दीन महात्मा गांधीके पुतले हुये माल्यार्पणोके हार आजभी पुतलेपर टगे पडे हे.पुतलोपर की गयी फुलोकी सजावट पुरी तरहसे सुखकर इधर उधर बिखरे पडे है.क्या यही कर्तव्यदक्षता है,*
*वैसे तो आयोजन के दुसरे दीन ही उक्त स्थानकी उचित सफाई होना अनिवार्य है.पर ऐसा करणेमे नगर प्रशासन नाकाम सिध्द हो रहा है.*
*जवाबदेही कीसकी*
*इस गंभीर विषयपर नजर डाली जाय तो यहाकी नियमित साफसफाई का कार्य नगर परिषद सावनेर का है.वही रखरखाव सार्वजनिक बांधकाम विभाग का होता हो.अकसर देगा गया है गांधी पुतले सहत शहरके सभी पुतलो और श्रध्दास्थानोपर गंदगी,कटली पेड तथा घास उग आती है.जब जीस नेताका जन्मदीवस या पुण्यतिथी होती है उससे एक दो दीन पहले उक्त स्थान की साफसफाई और रंगरोगण कर उक्त दोनोही विभाग अपना पल्ला झाड लेते है.*
*महात्मा गांधी पुतलेकी बात करे तो यह पुतला शहरके मध्यमे स्थीत है तथा नगर परिषद कार्यालय के मुख्यद्वार के बीलकुल सामने है.क्या नगर परिषदके मुख्याधिकारी तथा आला अफसरोकी इस ओर नजर नही पडती.साथ ही करीबमे पोलीस स्टेशन,सार्वजनिक बांधकाम विभाग,तहसील,उपविभागीय कार्यालय,पंचायत समिती पहुँचनेवाले सभी अधिकारी कर्मचारी तथा समाजसेवीयोका इस ओर ध्यान न पडना या यु कहे ध्यान न देना इनके कर्तव्यदक्षता का परिचय देता है.*
*देश तथा समाजके लीये अपना जिवन त्याग करणेवाले सभी महापुरुष तथा उनके पुतले हर भारतीयके लीये आस्थाका विषय है.जीसके साथ ऐसी खीलवाड़ कतई सही नही जासकती.वास्ते महात्मा गांधी के पुतले की तुरंत साफसफाई के साथ ही शहरके सभी महापुरुषोके पुतले तथा श्रध्दास्थानोपर नियमित साफसफाई की जाय तथा दोषीयोपर कडी कारवाई हो ताकी भविष्यमे ऐसी गलतीयोकी पुणरावु्त्ती ना हो*
*हे राष्ट्रपीता महात्मा गांधीजी हमे माफ करणा क्योकी इंन्सान गलतीयोका पुतला है.हे राम…*