*पुर्णमुल्यांकन ही एकमात्र लक्ष क्यो – पुर्व नगरसेवक निलेश पटे*
सावनेर – पुर्णमुल्यांकन शहरकी जनताके हीतमे होना चाहीये.हम हर चार वर्षमे पुर्णमुल्यांकन का दंश झेलते आरहे है.नगरवासीयोके गाढे कमाई का पैसा ऐसेही व्यर्थ होते नही देख सकते. पुर्णमुल्यांकनके अलावा शहरमे सिकुडते रास्ते,रास्तोपर बहती नालीया,लेआऊटमे बनते तालाब,नियमित साफसफाई,रोजगार,स्वास्थ्य,शहरके मध्य बहनेवाली जिवनदायनी कोलार नदीकी सफाई,अनियमित पेयजल आपुर्ती,साप्ताहिक बाजार,अतिक्रमण इन मुख्य समस्याओके साथ ही बच्चोके सर्वांगीण विकास हेतु खेल मैदान,नगरवासीयो के लीये बाग बगीचे आदी मुलभूत समस्याये पीछले अनेकोनेक वर्षोसे जसकी तस धरी है.फीरभी शहरकी जनता संपत्ती टँक्स समय पर चुकाती है.तो इसका मतलब यह नही होना चाहीये की अनापशनाप तथा मनमाने तरिकेसे पुर्णमुल्यांकन हो.सन 2010-11 से 2013-14 के मनमाने पुर्णमुल्यांकन के घावोसे आजभी शहरकी जनता लहुलुन है.तथा फीर एकबार नगर प्रशासन ऐसेही निजी कंपनीसे पुर्णमुल्यांकन करणे हेतू उतारु है.
*पुर्व नगरसेवक तथा जनप्रतीनीधी होनेके नाते मै नगर प्रशासनसे अनुरोध करता हु की आर.एस.कंन्सट्रक्शन कंपनी नागपुर को दीया गया शहरकी संपत्तीके मुल्यांकन का ठेका रद्द कर शहरवासीयो के साथ न्याय करे*