*क्यो नही हो रही सुपर स्प्रेडरो के जाँच की सख्ती*
*कोरोना महामारी फैलाने मे सावनेर के सुपर स्प्रेडरो का बडा रोल*
मुख्य संपादक – किशोर ढूंढेले
सावनेरः देश मे कोरोनासे हालात बिगड़ते जारहे है वही रास्तोपर भीड़ कम होने के बजाय बढते ही जारही है.जिसके लीये कुछ हदतक स्थानिक प्रशासन का ढुलमुल रवैय्या भी उतना ही जबाबदेही है जीताना ये सुपर स्प्रेडर.
राज्य मे लाँकडाऊन लगे एक महिना होनेको है लेकीन इस एक माहमे कोरोना मरीजो की संख्यामे कमी आनेके बजाय बढोतरी ही रही है.जीसकी कीमत आम जनता को चुकानी पड रही है.
ज्ञात हो की लाँकडाऊन की नियमावली नुसार दवाईया, कीराणा,फल भाजी,दुध,ब्रेड बिस्कीट सहीत कुछ और जिवनावश्यक वस्तुओ की दुखाने खुली रखने तथा अन्य दुकाने बंद रखनेका प्रावधान और कडे दिशानिर्देश है.पर बेकरीयोमे दुध अंडे बिस्कीट की जगह जनरल वस्तुये धड्ल्ले से बेची जारही है तो वही कीराणा दुकानोमे सोशल डिस्टंन्सीग ऐसी तैसी नजर आरही है.साथ ही शहर मे फलो और सागभाजी की दुकानोकी जैसे बाढ आई हो सारे रास्ते इन सागभाजी और फलो की दुकानोसे पटे पडे जीससे सडकोपर लोगाका जमावडा़ लगा रहता है.
शासनके दिशानिर्देशो नचसार हर किराणा,बेकरी व्यवसायी दुकानदार तथा कर्मचारी,फलभाजी विक्रेताओको सुपर स्प्रेडर की नजरोसे देखा जाता है तथा उन सभी दुकानदारो की नियमित कोवीड़ 19 की अँन्टिजन और आरटीपीसीआर टेस्ट उपरके उपर कराना स्थानिक प्रशासन की जबाबदेही है.और साथ ही जीस दुकानदार के पार उनके निगेटिव्ह जाच के प्रमाणपत्र नही है उनपर दंडात्मक कारवाई के भी प्रावधान है तथा हर 15 दिनोमे सभी जिवनावश्यक वस्तुओका व्यवसाय करणेवाले दुकानदारो को टेस्टिंग तथा प्रमाण साथ मे रखाना अनिवार्य है लेकीन ऐसे होते नजर नही आरहा और जीसके चलते यह महामारी का प्रकोप कम होनेकी बजाय बढते ही जारहा है.
*दो तीन माह पहले हुयी थी सुपर स्प्रेडरो की जाच*
*ज्ञात हो की तत्कालीन मुख्याधिकारी रविंद्र भेलावी की पहल पर सावनेर शहर के सेकडो साग भाजी,फल विक्रेता और किराणा व्यवसायीयोकी जाँच कराई थी लेकीन उनके स्थलांतरित होनेके बाद सावनेर नगर पालिकाको प्राप्त प्रभारी मुख्याधिकारी स्मीता काळे अपने अतिरिक्त प्रभार का दाईत्व ठीक ढंग से नही निभाने के आरोप लगते रहे है.जिससे सावनेर शहर के हालात और भी खराब होने लगे है*
*सुपर स्प्रेडरो की नियमित जाँच कराने की मांग*
*शहरके किराणा,बेकरी,दुध,फल एंव सागभाजी के व्यवसायी तथा उनके कामगार रोजाना सेकडो लोगोके संपर्कमे आते है और अगर उनकी नियमित जाँच नही की गयी तो कोरोना संक्रमण कम होने के बजाय बढते ही रहेगा ऐसा जानकारो का मानना है इसलीये हर जिवनावश्यक वस्तु विक्रेता तथा उनके कामगारोके पास उनके कोवीड़ 19 टेस्टिंग मे निगेटिव्ह तथा स्वस्थ होणे के प्रमाण होना आवश्यक है.इसलीये युध्दस्तर पर ईन सभी की जाँच कराई जाये तथा जबतक ये दुकानदार जांच नही करवाते तथा उनके पास स्वस्थ होणे के प्रमाणोके साथ ही उनके आधार कार्ड होने की सख्ती करणे की मांग उठने लगी है तथा जिन दुकानदारो के पास ऐसे प्रमाण नही मीलते उनपर आर्थीक दंडात्मक कारवाई के साथ ही प्राकृतिक आपदा नियमानुसार कारवाई की जाये*