*अनेक जगहो पर उत्साह से संपन्न हुआ तान्हा पोला*
*विविध सामाजिक संस्था तथा समाजसेवीयो द्वारा कीये भव्य आयोजन*
सावनेरः बैल-पोलेके बाद दुसरे दिन तान्हा पोला पारंपरिक तरीकोसे मनाया जाता है.जहा लकडीके बैल तथा पारंपरिक वेशभूषामे नन्हे बच्चे आकर्षणका केन्द्र रहते है.वही परिजन भी बच्चोके ईस उत्साह मे पुरी तरहसे शरीक होते है.*
*जीस प्रकार बैल पोला कीसान भाई अपने साथी बैलोके कु्तज्ञता के लीये मनाते है वैसेही अपने बच्चोको बैल तथा पारंपरिक संस्कारोका ज्ञान रहे ईसलीये सदीयोसे यह परंपरा चली आरही है.*
*बच्चोके ईस तान्हा पोलेके के अवसर पर शहरकी सामाजिक संस्थाये,प्रतिष्ठित नागरिक,समाजसेवी,युवा मंडली आदी भव्यतासे इस तान्हा पोलेका आयोजन करते है.ऐसेही दर्जेनो आयोजन कर बडेही उत्साहसे ईस पर्वको मनाया गया.
*शहरके मडकी चौक जैस्वाल मार्केट मे काँग्रेस कमेटी अध्यक्ष पवन जैस्वाल,समाजसेवी कीरण कीरण जैस्वाल आदीके प्रयासोसे भव्य आयोजन कीया. अवधूत वाडी सिव्हिल लाईन्स मे समाजसेवी तथा नगर पालिकाके पुर्व नगरउपाध्यक्ष अँड् अरविंद लोधी व्दारा आयोजित तान्हा पोलेके आयोजनमे मुख्य अतीथी के रुपमे सावनेर के थानेदार मारुती मुळुक,अँड् चंद्रशेखर बरेठीया,वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.भगत,रामराव मोवाडे आदीकी प्रमुख उपस्थितीमे उपस्थित सभी बच्चोको भेटवस्तूये देकर सन्मानित कीया.तो कडकडी महाराज हनुमान मंदिर देवस्थान के प्रांगणमे पुर्व नगरसेवक अँड्.युवराज बागडे तथा दिपक बसवार द्वारा आयोजित इस तान्हा पोला आयोजनमे प्रमुख अतिथीके रुपमे वरिष्ठ अधिवक्ता अँड् चंद्रशेखर बरेठीया,व्यापारी संघके सचिव मनोज बसवार व अन्य मान्यवरोके उपस्थितीमे बच्चोको बक्षीस वितरित कीये.पहलेपार लुंबानी बुद्ध विहार परिसरमे बाबासाहेब स्पोर्ट एँण्ड एज्युकेशन व समर्पण फाऊंडेशन की औरसे स्व.उज्वलकुमार बागडे स्मृती पीत्यर्थ भव्य आयोजन कर उपस्थित बच्चोको शालेय साहीत्य व नगद पुरस्कार प्रमुख उपस्थिती नागपुर जिल्हा भाजप उपाध्यक्ष सोनबा मुसळे,पुर्व नगरसेवक तुषार उमाटे,सोनु नवधिंगे,अभिषेकसिंग गहरवार आदीके हाथो प्रदान कीये गये.वार्ड क्र 7 पेठपुरा मे पुर्व नगरसेवक आशिष मानकर,युवा कार्यकर्ते सचिन मोहतकर तथा बाल गणेशोत्सव मंडल पेठपुरा व्दारा आयोजित ईस भव्य आयोजनमे सेकडो बच्चोको बीस्कीट,चाँकलेट,गुब्बारे तथा नगद राशी प्रदान कर ढोल ताशोकी तालपर तान्हा पोला बडेही उत्साहसे मनाया गया.
*तान्हा पोलेके अवसर पर परिजन अपने नन्हे बच्चोको पारंपरिक वेषभूषाओमे लेकर उपस्थित होकर बच्चोके खुशीयोमे शामील होकर अपने बचपन का अनुभव करते नजर आये*