*सावनेर में जानलेवा बनी बढती दुपहिया वाहनचालको की रप्तार और स्टंटबाजी*
*रप्तार और स्टंटबाजी के सौदागर ने सावनेर के नाबालिग बच्चे और युवा*
मुख्य संपादक – किशोर ढूंढेले
सावनेरः शहरोकी सडकोपर आयेदीन छोटेबडे़ एक्सिडेंन्ट होना और कीसीकी जान जाना नई बात नही.एक ओर शहरकी सडकोपर बढते अतिक्रमण के कारण वैसेही सडके सिकुडने लगी है.जहा मन चाहे वहा दुकाने लगाने व वाहनोको पार्क करणेका जानलेवा फैशन बना हुया है.साथही स्कुली बच्चे और युवावर्ग को पालको व्दारा उपलब्ध करायी जारही हायस्पीड दुपहिया वाहने शहरवासीयोके लीये चिंता का विषय बनती जारही है.
अकसर देखा गया है की पालकवर्ग अपणे बच्चो की हर वो ख्वाईश पुरी करणे मे लगे रहते है महेंगे मोबाईल और दुपहिया वाहन उन्हे नासमझीकी उम्र मे उपलब्ध कराकर उनका जीवन गर्तमे डालने पर तुले है.
एकबार जब बच्चो के हाथो मे स्मार्ट फोन और दुपहिया वाहन आजाते है तो वे अपनेआपको हीरो समझकर वाहनोपर यार दोस्तोको डबल तीबल सीट बैठाकर सडकोपर धुम स्टाइलमे दौडाना शुरु कर स्टंटबाजी करणे लगते है जिसमे वाहनचालक के साथसाथ राहगीरो की जान पर बनी रहती है यह हाल शहरकी सडकोका है जहा रोजाना छोटेमोटे एँक्सीडेंन्टोमे कीसीके हाथपैर टुटना और जान पर बन आना नयी बात नही.
*शहरो मे बढती रप्तार और स्टंटबाजी पर अंकुश लगाये*
शहरोके रास्तोपर निरंकुश होते यातायात पर स्थानिक पोलीस द्वारा अंकुश लगाने की मांग सदैव होती रहती है फीरभी रास्तोपरसे ना ही दुपहिया वाहनोकी रप्तार कम हो रही ना स्टंटबाजी इस जानलेवा रायडींग पर स्थानिक पोलीस व्दारा कठोर कदम उठाकर जानलेवा बनते जारही तेज रप्तार और स्टंटबाजी करनेवाले एंव उनके अभिभावकोपर कारवाई करणेकी मांग उठ रही है.वक्त रहते अगर कारवाई ना की गयच तो इसके गंभीर परिणाम आगे आसकते है
और वैसे भी कोरोना संक्रमणकाल के आठ महिनो बाद स्कुल, काँलेज और ट्युशन क्लासेस खुल चुके है और महिनोसे घरोमे कैद छात्र और युवा खुदको आझाद समझकर मनमर्जीसे यातायात नियमोका उलंघन करणेपर उतारु हो रहे है जिनपर अंकुश लगना जरूरी है.
तेज रप्तार, डबल,तिबल सीट एंव स्टंटबाजी करणेवालोपर कारवाई के आदेश –
ठाणेदार अशोक कोली
शहरकी सडकोपर तेज रप्तार, स्टंटबाजी और डबल तीबल सीट चल रहे दुपहिया वाहनो की शिकायतोका निराकरण करणे हेतु स्थानिक यातायात पोलीस को उचित कारवाई करणे की सुचनाये दी गयी है और वैसी कारवाईया भी शुरू है.लेकीन ऐसी कारवाई करते वक्त शहरके ही कुछ समाजसेवक, पालकवर्ग अपने बच्चोकी गलतीयोपर फर्दा डालने हेतू आगे आजाते है.जो उनको बच्चोके भविष्य हेतू घातक सिध्द हो सकता है.
थाना प्रभारी नातेसे मै सभी अभिभावकोको निवेदन करताहु की आप अपने कम उम्रके बच्चोको दुपहिया वाहन ना दे,और जो भी बच्चे और युवा बगैर लायसन्स के वाहन चलाते पाये जाते है या स्टंटबाजी करते पकडे जाते है तो उनके साथसाथ उनके अभिभावकोपर भी कारवाई की जायेगी वास्ते अपने बच्चोको यातायात नियमोका पालन करना तथा स्टंटबाजी ना करने सलाह दे ताकी उनके साथसाथ अभिभावकोपर भी अपराध दर्ज होकर उनका भविष्य खराब ना हो ऐसी बिनती थानेदार कोली ने की है