*एस टी कर्मीयों के हडताल से छात्रों तथा ज्येष्ठ नागरीक प्रभावीत*
*हडताल पर जल्द समस्या हल करने का पं स द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापण*
कोंढाली संवाददाता – दुर्गाप्रसाद पांडे
काटोल – महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन मंडल के कर्मचारीयों के हडताल का असर सिर्फ स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था पर ही नहीं पढ़ा है, बल्कि इसका प्रभाव शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ज्यादा ही असर पड़ा है। खासकर स्कूली छात्र-छात्राओं की पढाई इससे प्रभावित हो रही हैं।
पहले कोरोना के चलते स्कूली पढाई बंद थी. ऑनलाईन पढाई तो जरी थी पर ग्रामीण आंचल में ऑनलाईन पढाई का भी कोई फायदा नही होता था.
शिक्षा तथा आरोग्य विभाग द्वारा कक्षा पांच से महाविद्यालयीन शिक्षण के लिये स्कूल महाविद्यालय नियमीत शुरू हुये . इस बीच लग भग एक माह से महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल के कर्मचारीयों ने बे मुदत आंदोलन पुकारा है।फलस्वरूप काटोल डीपो की सभी प्रकार की यात्री सेवा पुर्णतः बंद है।इससे स्कूली छात्रों को अपने अपने गांव से स्कूल-महाविद्यालयीन पढाई के लिये अन्य साधन नही है. छात्राओं को अहिल्याबाई होलकर मोफत पास दी गयी है. वही छात्रों ने भी स्कूली 67%छूट की पासेस निकाली है. एस टी कर्मचारीयों के हडताल के कारन एस टी की बस सेवा बंद है. इसी प्रकार ज्येष्ठ नागरिकों को 50% यात्री किराया माफ होता है. अब एस टी बसेस होने से बुजूर्गों तथा छात्रों को भारी कठीणाई हो रही है. इस लिये काटोल पंचायत समिती के सभापती धम्मपाल खोब्रागडे ,उपसभापती अनुराधा खराडे तथा पं स के सभी सदस्यों ने काटोल के एस डी ओ के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापण भेज कर एस टी कर्मचारीयों की हडताल पर जल्द हल निकालने की मांग का निवेदन सौंपा है.