*महुआ बिनने गये ग्रामिणों को हांथीयो ने कुचला ; म प्र के शहडोल जिले की घटना*
*प्रदेश सरकार प्रभावित लोंगो की हर संभव करेगी मदद- विधायक शरद कोल*
*जंगली हाथियों के दल द्वारा की गई घटना दुर्भाग्यपूर्ण- कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य*
*हाथियों के दल से ग्रामीणों की सुरक्षा एवं बचावं के लिए समन्वय बैठक सम्पन्न*
शहडोल-जिले के जनपद पंचायत जयसिंहनगर में 9 जंगली हाथियों का दल का मूवमेंट छत्तीसगढ़ जनकपुर से मसियारी वीट के ग्राम चितरांव के जंगलों में 4 अप्रैल 2022 को देखा गया था, हाथियो के दल से ग्रामीणों को सुरक्षित रहने हेतु लगातार मुनादी एवं वाहन माइकिंग द्वारा सर्तक किया गया तथा हाथियों की दल की मूवमेंट के बारे में लोगों को समझाईश दी गई कि वे अकेले जंगलों में न जाएं और अंधेरे में जंगलों की ओर न निकले लेकिन इसके बावजूद ग्राम चितरावं के एक ही परिवार के दो व्यक्ति (पति-पत्नी) महुआ बिनने के लिए जंगल की ओर 5 अपै्रल 2022 को गए जहां हाथियों के दल का मूवमेंट था और हाथियों द्वारा कूचलने पर उनकी मृत्यु हो गई। इसी प्रकार हाथियों का दल का मूवमेंट ग्राम बांसा की ओर पहुंचा और बार-बार समझाइश के बाद भी बांसा के दो व्यक्ति (पति-पत्नी) एवं ग्राम नौगई की एक महिला जो उसी परिवार की रिश्तेदार थी, महुआ बिनने 6 अपै्रल 2022 को गए थें और तीनों की हाथियों के कुचलने से मौत हो गई।
सूचना प्राप्त होने पर कलेक्टर वंदना वैद्य एवं पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी एवं वन मण्डलाधिकारी उत्तर वन मण्डल गौरव चौधरी ने प्रभावित गांवों का भ्रमण करते हुए हाथियों के दल के मूवमेंट का जायजा लिया और हाथियों के दल के मूवमेंट की जानकारी छूदा एवं भत्तू की ओर प्राप्त होने पर ग्राम पंचायत भवन झिरिया टोला में राजस्व, पुलिस एवं वन विभाग तथा पंचायत विभाग के अधिकारियों की समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में हाथियों के दलों के मूवमेंट पर सतत निगरानी रखने एवं ग्रामीणों को उनसे बचाने के लिए विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में विधायक ब्यौहारी शरद कोल ने कहा कि जिले में यह घटना बहुत ही दुखद है, प्रदेश शासन द्वारा मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता करने के साथ-साथ लोंगो को हाथियों के दल से बचाने की सभी आवश्यक कार्यवाही जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, वन विभाग एवं पंचायत विभाग के साथ-साथ ग्रामीण जनों के सहयोग से सुनिश्चित की जाएगी।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि जंगली हाथियों के दल द्वारा की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पुलिस, वन, पंचायत विभाग के अधिकारी मिलकर लोंगों को उनसे बचने के लिए सतर्क करे साथ ही हाथियों के दलों के मूवमेंट को रोकने के लिए पटाखा आदि फोड़े एवं मशाल आदि भी जलाएं। कलेक्टर ने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर ग्राम पंचायत बांसा एवं ग्राम पंचायत झिरिया टोला में हाथी के मूवमेंट के पास के ग्रामों में रहने वाले लोंगो को ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
कलेक्टर ने हाथियों के दल के कुचलने से हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को वन विभाग के द्वारा हर्जाना स्वरूप 4-4 लाख रूपये तत्काल दिलवाया साथ ही जनजातिय कार्य विभाग द्वारा संकटापन मद से 10-10 हजार रूपये सभी मृतको के परिजनों को भी मुहैया कराया और उन्होंने कहा कि मृतको के परिजनों को शासन की अन्य योजनाओं का लाभ भी पात्रतानुसार दिया जाएगा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी ने कहा कि हाथियों के दल मूवमेंट के नियंत्रण एवं ग्रामीणों के बचावं के लिए सतत निगरानी करने के लिए एसडीओपी, एस डीओ वन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत 4 दल गठित कर हाथियों के मूवमेंट के रोकथाम एवं ग्रामीणों को बचाने हेतु सभी आवश्यक कार्यवाहियां सुनिश्चित करें।
बैठक में वन मण्डलाधिकारी अनूपपुर अब्दुल अंसारी, अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हिमांशु चंद्र, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दिलीप पाण्डेय, एसडीओपी ब्यौहारी भविष्य भास्कर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत हरीश चंद्र द्विवेदी सहित राजस्व, पुलिस, वन, पंचायत विभाग के अधिकारियों के साथ ग्रामीण जन उपस्थित थें।