सावनेर क्षेत्र में बढ़ते धूम्रपान से स्वास्थ्य पर पड़ रहा बुरा असर
*सावनेर क्षेत्र के विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में *
धड़ल्ले से हो रहा है उलंघन
स्कूल व महाविद्यालय के समीप आसानी से मिल जाता है तम्बाखु, गुटखा और सिगरेट
मुख्य संपादक -किशोर ढूंढेले
सावनेर –क्षेत्र में बढ़ते धूम्रपान के कारन सामाजिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है| सरकार द्वारा सुगन्धित तम्बाखू, गुटखा भलेही प्रतिबंधित कर दी गयी हो लेकिन चोरी छुपे रस्ते इसका व्यवसाय धड़ल्ले से चल रहा है| जिसमे स्कूली छात्र, और विद्यालयीन छात्र के प्रमाण बढ़ते जा रहा है| आसान तरीके से तम्बाखूजन्य पदार्थ, गुटखा उपलब्ध होने के कारन बड़ी संख्या में नागरिक इस व्यसन में लिप्त होते जा रहे है| और तम्बाखूजन्य पदार्थो का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है| अन्न व औषधि प्रशासन द्वारा कोई ठोस कारवाही न होने के कारन विक्रेताओं में प्रशासन के प्रति कोई भययुक्त वातावरण नहीं बनता जिसके कारन सामाजिक आरोग्य पर बुरा असर पड़ रहा है| स्वास्थ्य विभाग की माने तो इन दिनों धूम्रपान के कारन बीमारियों का प्रतिशत बढ़ रहा है जिसमे अनेक जानलेवा बीमारियों का समावेश है| तम्बाखूजन्य पदार्थो, गुटखा सेवन पर पाबंदी लाने के लिए प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाये जाने चाहिए| जनप्रतिनियों द्वारा व्यसनाधीनता के प्रति समाजप्रबोधन से सामाजिक स्वास्थ्य सुधारा जा सकता है|