*बिजली गिरनेसे नौ वानरो की मौत*
*मंदिर मे भी गिरी बिजली,मंदिर परिसरकी वायरिंग जली लाईट फुटे अन्य विद्युत उपकरण जलकर राख*
सावनेरः कहते है कुदरत के सामने किसीकी नही चलती जब वो कहर बरपाता है तो कःया इंसान क्या जानवर सभीको उसका प्रकोप झेलना पड़ता हैं*
*ऐसा ही एक हादसा गुरुवार की दोपहर 1 बजे के लगभग सावनेर तालुकाके खापरखेड़ा थाना अंतर्गत वलनी बस्ती के शिवार में एक छोटे तालाब के किनारे पीपल के पेड़ पर बैठे नौ वानरो की दि.4 अगस्त को दोपहर हुयी मेघगर्जना के दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिरने मौत हो गयी*
*प्राप्त जानकारी के अनुसार नौ वानरोका झुंड बारिश तथा बिजली के गड़गड़ाहट के चलते एक ही पड़े पर बैठे थे। बिजली के पेड़के करिब गिरते ही सभी पेड़ के निचे गिर पड़े।मरने वाले वानरोमें एक नर तथा आठ मादाएं थी व एक मादा के साथ लपेटे हुए साथ एक नन्हा वानर का बच्चा भी एक पलमे ही मौत के आगोश समा गया।*
*दूसरी घटना भी वलनी बस्ती के विठ्ठल रुक्मिणी मंदिर के कलश पर बिजली गिरने से मंदिर के लाइट समेत वायरिंग जल गई। तथा स्लैब में हल्की दरार पड़ गई।घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामस्थ घटनास्थल पहुचे तथा इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। सावनेर वन अधिकारी आठवले ने जवाब में बताया वानर तो मर चुके हैं।उन्हे दफना दे जिंदा होते तो विभाग कुछ कर सकता था। मु्त वानरोको ग्रामपंचायत दफना देगी। खापा वनपरिक्षेत्र के वन अधिकारीका ऐसा रुखा जवाब सुन नागपुर ccf ऑफिसर काले से संपर्क करने पर उन्होंने बताया वन विभाग के अधिकारी आकर पंचनामा करके समीप के वन विभाग की जगह पर दफनाया जाएगा। वन विभाग अधिकारी तथा खापरखेड़ा पुलिस के समक्ष वानरों पंचनामा कर उन्हे दफनाया गया। वन्यजीवोके प्रती एक जवाबदार वन अधिकारीकी मु्त सहवेदना तथा रुखे रवैयेसे खापा वनक्षेत्र अधिकारी को लेकर ग्रामस्थ में तिव्र नाराजी देखी गयी वही वन विभाग के प्रति रोष प्रकट किया जारहा है*