*सावधान! कहीं आप भी ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली शराब तो नहीं पी रहे ? आबकारी विभाग की अर्थपूर्ण दुर्लक्षता*
*नागपुर जिले के चाकडोह -दुधाला-जुनापाणी- धोटीवाडा बने अवैध तथा नकली शराब मुख्य केंद्र*
कोंढाली संवाददाता-
कोंढाली – क्षेत्रें में ब्रांडेड कंपनियों के नाम से नकली शराब बेची जा रही है.
मध्यप्रदेश में ब्रांडेड कंपनियों के नाम से नकली शराब की खेप म प्र के सीमा से सटे महाराष्ट्र राज्य के उपराजनी नागपुर जिले के नागपूर -मुंबई राज मार्ग के कोंढाली के अनेक शासन मान्य बीयरबार, शराब की दुकानों के साथ साथ अवैध शराब बिक्री की भट्ठियों के साथ ही राजमार्ग के अनेक होटल तथा ढाबों पर बडी मात्रा में नकली शराब बिक्री जोरों पर जारी है।
नागपुर आबकारी विभाग के काटोल थाना क्षेत्र में बडे पैमाने पर केमिकल से नामी ब्रांड के नाम से बनी शराब बिक्री जोरों पर जारी है, जिस से राज्य के राजस्व विभाग को प्रति माह लाखों के राजस्व को चूना लगाया जा रहा है, वहीं आबकारी विभाग के दुर्लक्षता से कोंढाली क्षेत्र के चाकडोह, दुधाला, सायखोड, विकासनगर, धोतीवाडा, सोनेगाव, जुनापाणी, तथा यहां से कारंजा तथा काजली बांगडापुर मार्ग से वर्धा जिले के अनेक तहसीलों मे ब्रांडेड शराब कंपनीयों के नाम पर केमिकल से बनी अवैध शराब वर्धा जिले के कारंजा सेलू सहीत अनेक तहसीलों में भी यह नकली शराब जोरों पर बिकने की जानकारी खुद शराब के स्वाद चखने वालों द्वारा बताया गया है । शराब माफिया ब्रांडेड शराब को नकली बनाकर लोगों को परोस रहे हैं, इसकी खुलासा तब हुआ- कि यहां के दू
दुधाला-सोनेगांव एवं जुनापाणी तथा चाकडोह क्षेत्र के शराब शौकीनों की मैफील एकठ्ठा जमा हुई तब चर्चा हुई की ब्रांड के नाम पर मिलावटी शराब बेची जा रही शराब ।
पैसा जा रहा पर पिने के बाद मजा ही नही आता ।
*सस्ते दामों पर बेची जा रही है नकली शराब*
*प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय स्तर पर नकली शराब बनाई जा रही है, जबकि इस शराब को मार्केट में भी सस्ते दामों पर बेचा जा रहा है. शराब दर्दीयों ने बताया की कोंढाली क्षेत्र के चाकडोह, जुनापाणी, सोनेगाव सायखोड, विकासनगर, दुधाला के लायसेंसी बार तथा दुकानों में शराब पिने का मजा ही नही आती यह जानकारी नियमीत शराब के शौकीनों द्वारा बताई गयी।
अब राज्य आबकारी विभाग तथा पुलीस दल द्वारा यहां नामी गिरामी ब्रांडो के नकली शराब बिक्री करने वाले वैध-अवैध बिक्री करने वाले शराब की दुकानों , होटल ढाबों के साथ शासन अधिकृत देशी विदेशी दुकानों की जांच कर संबधीत दुकानदारों पर कार्यवाही कर राज्य सरकार डूबते राजस्व को बचाया जाय। यह मांग की जा रही है ।